नई दिल्ली। केरल के वायनाड से नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने संसद के शीतकालीन सत्र के में अपने पहले ही भाषण के दौरान ही केंद्र सरकार पर हमलावर आक्रमक दिखी प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज पहली बार लोकसभा में भाषण दिया और गजब की कॉन्फिडेंट उनके भाषण में दिखा। सदन में आज संविधान पर खर्च चर्चा हो रही थी प्रियंका भारत के संविधान की 75 वर्षगांठ पूरा होने पर सदन में चर्चा के दौरान हुआ लोकसभा में अपनी बात रख रहीं थीं ।
संविधान के 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान अपने संबोधन में क्या -क्या कही प्रियंका गांधी वाड्रा ने

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि संविधान ही हमारी आवाज है। संविधान ने चर्चा का हक दिया है। संविधान ने आम आदमी को सरकार बदलने की ताकत दी है।
इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे इस तरह नहीं आए होते तो सत्ता पक्ष के लोग संविधान को ही बदल दिए होते। देश के संविधान ने गरीब लोगों का भला किया है। इससे गरीबों और महिलाओं को आवाज मिली है।

श्रीमती गांधी ने संभल हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कहा कि संभल हिंसा के पीड़ित परिवारों से कुछ लोग हमसे मिलने आए थे। उनमें दो बच्चे थे अदनान और उजैर। उनमें से एक मेरे बेटे की उम्र का था और दूसरा उससे छोटा 17 साल का। उनके पिता संभल में ही दर्जी का काम किया करते थे। उसका सपना था कि एक बेटा डॉक्टर बनेगा और दूसरा भी सफल होगा। पिता जी रोज स्कूल छोड़ते थे। उस दिन भी यही हुआ। पता नहीं था विवाद हुआ है। जब वे घऱ आने लगे तो पुलिस ने उन्हें मार डाला। 17 साल का अदनान कहता है कि मैं बड़ा होकर डॉक्टर बनकर दिखाऊंगा। यह आशा उसके दिल में हमारे संविधान ने डाली है।
इसके अलावे अपने अभिभाषण में प्रियांक गांधी ने उन्नाव रेप केस का मुद्दा, अरुण बाल्मीकि का पुलिस कस्टडी में मौत का मामला भी संसद में उठाई और कही इन सभी पीड़ितों को ताकत हमारी देश भारत का संविधान देता है।
आज देश को जातीय जनगणना की आवश्यकता है

आज हमारे देश में पिछड़ो दलितों की स्थिति अच्छी नहीं है। देश में किसानों की स्थिति बदतर होती जा रही है देश के अन्न दाता के साथ अन्याय हो रहा है। मौजूदा केंद्र सरकार आरक्षण को कमजोर कर रही है। जातीय जनगणना आज की जरूरत है। जाति जनगणना पर सत्ता पक्ष के लोग मंगलसूत्र की बात करते हैं।
भारत के आरक्षण व्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश में केंद्र सरकार

प्रियंका गांधी ने कहा हमारा संविधान देश के लोगों का सुरक्षा कवच है। ऐसा सुरक्षा कवच जो नागरिकों को सुरक्षित रखता है। यह इंसाफ का, अनएकता में एकता का प्रतीक है अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार का कवच है। यह दुखद है कि 10 साल में बड़े-बड़े दावे करने वाले सत्ता पक्ष के साथियों ने इस कवच को तोड़ने की पूरी कोशिश की है। संविधान सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का वादा करता है। ये वादे सुरक्षा कवच हैं और इसे तोड़ने का काम शुरू हो गया है। लेटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए ये सरकार आरक्षण को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।
बहन प्रियंका का संबोधन सुनकर खुश हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी

बहन प्रियंका के बेहतरीन भाषण सुनने के बाद राहुल गांधी ने तारीफों के पुल बाँध दिए , संसद परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गाँधी ने कहा की प्रियंका का संबोधन सुनसुनकर बिल्कुल नहीं लगा की वे पहली बार लोकसभा में बोल रही है। वरिष्ठ नेता शशी थरुर ने भी प्रियंका गांधी की तारीफ की और कहा की प्रियंका गांधी अच्छी वक्ता के रूप सही बातों को रखी और सरकार सही नसीहतें दे गयीं ।
https://indiafirst.news/priyanka-gandhis-aggressive-speech-in-parliament
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