Omprakash Chautala Passes Away : हरियाणा राज्य में सात बार के विधायक और पाँच बार के मुख्यमंत्री रहे ओमप्रकाश चौटाला का शुक्रवार को निधन हो गया। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो राही थी, मेदान्ता में स्वर्गीय चौटाला का तीन चार साल से इलाज चल रहा था। शुक्रवार को अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें 11:35 बजे मेदांता की इमरजेंसी में लाया गया था। मेदांता प्रशासन ने उनके निधन की पुष्टि की है। डॉक्टरों ने उनकी मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई है।
कल दोपहर 3:00 बजे ओमप्रकाश चौटाला का किया जाएगा अंतिम संस्कार
कल सुबह 8 से 2 बजे तक तेजा खेड़ा फार्म पर उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। दोपहर 3 बजे उनको मुखाग्नि दी जाएगी।
भारत के उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के बेटे थे ओमप्रकाश चौटाला
ओम प्रकाश चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1935 को हरियाणा के सिरसा जिले के चौटाला गांव में हुआ था।
चौधरी देवीलाल का परिवार हरियाणा की जाट पॉलिटिक्स सियासत के केंद्र में रहता है।
ओम प्रकाश चौटाला को राजनीति विरासत में मिली। वह देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री देवीलाल के बेटे थे। ओपी चौटाला देवी लाल के चार बेटों में सबसे बड़े थे। पिता की राजनीतिक विरासत उन्होंने ही संभाली और हरियाणा के पाँच बार मुख्यमंत्री बने। वह पहली बार 1989 में मुख्यमंत्री बने और 1991 तक सीएम पद पर रहे। 1991 में लोकसभा चुनाव में हार के बाद उन्हें कई बार राजनीतिक उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा। साल 1999 में ओपी चौटाला ने बीजेपी की मदद से हरियाणा के एक बार फिर मुख्यमंत्री बने।
विवादों से गहरा नाता रहा है पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का

टीचर भर्ती घोटाले में 8 साल तिहाड़ जेल में रहे साल 1999-2000 में हरियाणा के 18 जिले में टीचर भर्ती घोटाला सामने आया। यहां मनमाने तरीके से 3206 जूनियर बेसिक ट्रेनिंग टीचरों की भर्ती की गई थी। उस समय के प्राथमिक शिक्षा निदेशक संजीव कुमार ने इसे उजागर किया। उन्होंने घोटाले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। कोर्ट के आदेश पर 2003 में CBI ने घोटाले की जांच शुरू की।
जांच के बाद जनवरी, 2004 में CBI ने CM ओमप्रकाश चौटाला, उनके विधायक बेटे अजय चौटाला, CM के OSD विद्याधर, CM के राजनीतिक सलाहकार शेर सिंह बड़शामी समेत 62 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। जनवरी, 2013 में दिल्ली में CBI की स्पेशल कोर्ट ने चौटाला और उनके बेटे अजय सिंह चौटाला को IPC और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत 10 साल की सजा सुनाई। चौटाला इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक गए, लेकिन कोर्ट ने उनकी सजा बरकरार रखी।

2018 में केंद्र सरकार की विशेष माफी योजना के तहत ओमप्रकाश चौटाला ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की। इसमें नियम था कि 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के जिन कैदियों ने अपनी आधी सजा काट ली है, उन्हें रिहा किया जाएगा। उनकी आधी से ज्यादा सजा पूरी हो चुकी थी और उम्र भी करीब 83 साल थी। ऐसे में उनकी सजा पूरी होने से कुछ समय पहले 2 जुलाई, 2021 को रिहा कर दिया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ओमप्रकाश चौटाला के निधन पर शोक व्यक्त किया
ओम प्रकाश चौटाला के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ नेता चौधरी ओम प्रकाश चौटाला जी के निधन का समाचार दुःखद है। उन्होंने हरियाणा और देश की सेवा में उचित योगदान दिया। दुःख की इस घड़ी में हम उनके परिवार व समर्थकों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं और दिवगंत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नयाब सिंह सैनी ने ओमप्रकाश चौटाला के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा, इनेलो सुप्रीमो और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओम प्रकाश चौटाला जी का निधन अत्यंत दुःखद है।उन्हें मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने जीवन भर प्रदेश और समाज की सेवा की यह देश और हरियाणा प्रदेश की राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है। इसकी भरपाई नही की जा सकती।
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