सेरेंगसिया (पश्चिम सिंहभूम)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को पश्चिम सिंहभूम के सेरेंगसिया में आयोजित समारोह के दौरान कोल विद्रोह के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए 4 अरब 12 करोड़ 24 लाख 96 हजार रुपये की लागत वाली 246 विकास योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने 54,946 लाभार्थियों को 3 अरब 62 करोड़ 80 लाख 99 हजार रुपये की परिसंपत्तियाँ वितरित कीं और 135 लोगों को नियुक्ति पत्र सौंपे।
आदिवासियों को मजबूत करने का संकल्प
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के शहीदों की प्रेरणा से उनकी सरकार राज्य के आदिवासियों और गरीबों को आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक रूप से सशक्त करने के अभियान में जुटी है। उन्होंने कहा, “झारखंड अलग राज्य के लिए हमें लंबा संघर्ष करना पड़ा। दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नेतृत्व में आदिवासियों ने 40-50 वर्षों तक लड़ाई लड़ी। लेकिन राज्य बनने के बाद 18-20 वर्षों तक शासन करने वालों ने विकास और आदिवासियों की चिंता नहीं की। अब हमें अपने हक और अधिकार के लिए भी लड़ना होगा।”
महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए झारखंड सरकार की ऐतिहासिक पहल

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की योजनाओं की चर्चा करते हुए बताया कि झारखंड देश का पहला राज्य है जहां महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपये सम्मान राशि दी जा रही है। उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि, “जहां केंद्र सरकार का महिलाओं के विकास के लिए सिर्फ 25-26 हजार करोड़ रुपये का बजट है, वहीं हमारी सरकार हर महीने 15 अरब रुपये महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए खर्च कर रही है।”
खनिज संपदा से भर रहा देश का खजाना, लेकिन झारखंड आज भी पिछड़ा
हेमंत सोरेन ने झारखंड के खनिज संसाधनों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि, “यहाँ की खनिज संपदा से देश का खजाना भर रहा है, पूरा देश रोशन हो रहा है, लेकिन झारखंड को अब भी पिछड़े राज्यों में गिना जाता है। इसकी वजह यह है कि राज्य बनने के बाद विकास पर ध्यान नहीं दिया गया।” उन्होंने हाल ही में पेश किए गए केंद्रीय बजट में झारखंड की उपेक्षा का भी आरोप लगाया।
विकास के पथ पर झारखंड

इस समारोह में राज्य के मंत्री दीपक बिरुवा, रामदास सोरेन, सांसद जोबा मांझी, विधायक कल्पना सोरेन सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। यह आयोजन झारखंड में विकास और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
हेमंत सोरेन सरकार झारखंड के पिछड़ेपन को दूर करने और समाज के सभी वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए लगातार प्रयासरत है। उनकी योजनाओं का प्रभाव न केवल महिलाओं और गरीबों पर पड़ेगा, बल्कि इससे पूरे राज्य की आर्थिक और सामाजिक स्थिति भी मजबूत होगी। अब देखना यह होगा कि इन योजनाओं का क्रियान्वयन कितना प्रभावी ढंग से हो पाता है और झारखंड को उसके अधिकार और विकास की सही दिशा में कैसे आगे बढ़ाया जाता है।
https://indiafirst.news/new-wave-of-development-by-cm-soren–in-jharkhand
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