लातेहार,(झारखंड)। लातेहार प्रखंड के डीही पंचायत में सहिया के चयन को लेकर ग्रामीणों ने कड़ा विरोध जताया है। ग्रामीणों का आरोप है कि चयन प्रक्रिया में भारी अनियमितता बरती गई है और गुपचुप तरीके से सुरजमनी देवी को सहिया नियुक्त कर दिया गया है।
ग्रामीणों ने लगाया नियमों के उल्लंघन का आरोप
मुरूप गांव के लोगों का कहना है कि सहिया चयन के लिए पारदर्शी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। ग्रामीणों के अनुसार, वार्ड नंबर 10 की सुरजमनी देवी को बिना ग्राम सभा की जानकारी के सहिया नियुक्त किया गया, जबकि इस पद के लिए कई अन्य योग्य महिलाएं भी थीं। ग्रामीणों का आरोप है कि सुरजमनी देवी के पति सुगेंद्र उरांव ने कुछ बिचौलियों की मदद से यह नियुक्ति करवाई है।
ग्रामीणों की उपायुक्त से गुहार
इस अनियमितता को लेकर मुखिया प्रमिला देवी, पंचायत समिति सदस्य उमर आलम सहित कई ग्रामीणों—पुनीता देवी, रामनिवास प्रसाद, रामजीवन यादव, कृष्णा प्रसाद, सत्यनारायण साव, गुड़िया देवी, बहादुर साव, कैलाश कुंवर, सुनीता देवी, लक्ष्मण प्रसाद, उपेंद्र प्रसाद और रामनरेश सिंह ने लातेहार उपायुक्त को आवेदन सौंपा है। उन्होंने मांग की है कि इस चयन को तत्काल रद्द कर ग्राम सभा के माध्यम से नए सिरे से निष्पक्ष प्रक्रिया अपनाई जाए।
क्या कहते हैं नियम?
सहिया चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और ग्राम सभा की सहमति आवश्यक होती है। चयन में अनियमितता पाई जाने पर इसे रद्द किया जा सकता है। यदि ग्रामीणों के आरोप सही साबित होते हैं, तो सुरजमनी देवी की नियुक्ति पर पुनर्विचार किया जा सकता है।
प्रशासन की अगली कार्रवाई का इंतजार
ग्रामीणों के विरोध और आवेदन के बाद अब प्रशासन की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। देखना होगा कि इस मामले में जिला प्रशासन क्या कदम उठाता है और क्या सहिया चयन की प्रक्रिया को दोबारा संचालित किया जाएगा।
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https://indiafirst.news/controversy-over-sahiya-selection-in-latehar
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