ताडेपल्लीगुडेम (आंध्र प्रदेश): एएसआर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, प्रथिपाडु ने डॉ. एनटीआर यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (NTRUHS) इंटरकॉलेजिएट स्पोर्ट्स मीट 2025 के भव्य उद्घाटन समारोह की मेजबानी की। यह आयोजन खेल कौशल, अनुशासन और टीम स्पिरिट का शानदार संगम बना।
उत्साह से भरा उद्घाटन समारोह
समारोह की शुरुआत श्रद्धापूर्ण प्रार्थना से हुई, जिसके बाद आए हुए विशिष्ट अतिथियों और गणमान्य व्यक्तियों का पुष्पमालाओं से गर्मजोशी भरा स्वागत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. डीएसवीएल नरसिम्हन (कुलपति, NTRUHS, विजयवाड़ा) थे। वहीं, खेल प्रतियोगिता की अध्यक्षता एएसआर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. यूएसवी प्रसाद ने की। अन्य प्रमुख अतिथियों में ट्रिनिटी हॉस्पिटल्स, ताडेपल्लीगुडेम के निदेशक डॉ. विजय श्रीजीत और खेल बोर्ड के सचिव डॉ. ई. त्रिमूर्ति शामिल रहे।
खेल भावना का प्रतीक – मार्च पास्ट और मशाल रिले
खेल प्रतियोगिता के औपचारिक उद्घाटन के प्रतीकस्वरूप मंच पर मौजूद अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित किया। इसके बाद, मुख्य अतिथि डॉ. नरसिम्हन ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और 20 कॉलेजों के प्रतिभागियों ने अनुशासन और समन्वय का परिचय देते हुए भव्य मार्च पास्ट किया। बैंड की धुनों के बीच सजीव परेड ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। फिर खेल भावना का प्रतीक मशाल रिले प्रारंभ हुई, जिसे मुख्य अतिथि ने औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने आसमान में गुब्बारे छोड़ते हुए खेल प्रतियोगिता की आधिकारिक शुरुआत की घोषणा की।
खेल और जीवन – एक समानांतर यात्रा
कुलपति डॉ. नरसिम्हन ने अपने संबोधन में खेल और जीवन के बीच की समानता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि खेल हमें अनुकूलनशीलता, भागीदारी और दृढ़ता सिखाते हैं, जो जीवन में सफलता के लिए भी आवश्यक हैं। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, “यह केवल पदक जीतने की बात नहीं है, बल्कि यह मायने रखता है कि आप कैसे खेलते हैं और अपने प्रयासों से बाधाओं को कैसे पार करते हैं।”
ट्रिनिटी हॉस्पिटल्स के निदेशक डॉ. विजय श्रीजीत ने अपने भाषण में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के बीच गहरे संबंध को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में छात्रों को संतुलन बनाए रखना जरूरी है, और खेल इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
NTRUHS खेल बोर्ड के सचिव डॉ. ई. त्रिमूर्ति ने विश्वविद्यालय की अनूठी खेल संस्कृति पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि NTRUHS देश में एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जो सभी स्वास्थ्य विज्ञान कॉलेजों के लिए एक ही स्थान पर इतने बड़े पैमाने पर स्पोर्ट्स मीट आयोजित करता है।
खेलों में शानदार प्रतिस्पर्धा
इस स्पोर्ट्स मीट में 20 आयुष और फिजियोथेरेपी कॉलेजों के छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। पुरुष वर्ग में वॉलीबॉल (18 टीमें), क्रिकेट (15 टीमें), बैडमिंटन (20 टीमें), टेबल टेनिस (7 टीमें), शतरंज (15 टीमें) और एथलेटिक्स (18 टीमें) में कड़ी टक्कर देखने को मिली। वहीं, महिला वर्ग में वॉलीबॉल (6 टीमें), थ्रोबॉल (12 टीमें), बैडमिंटन (12 टीमें), टेबल टेनिस (4 टीमें), शतरंज (8 टीमें) और एथलेटिक्स (10 टीमें) में रोमांचक मुकाबले हुए।
खेलों से व्यक्तित्व निर्माण

स्पोर्ट्स मीट के अध्यक्ष डॉ. यूएसवी प्रसाद ने अपने संबोधन में खेलों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि खेल न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करते हैं, बल्कि व्यक्ति में अनुशासन, आत्मविश्वास और टीम वर्क जैसी गुणों का भी विकास करते हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “जीवन में असफलता और सफलता दोनों को स्वीकार करना सीखना जरूरी है, और खेल हमें यही सिखाते हैं।”
डॉ. एनटीआर यूनिवर्सिटी इंटरकॉलेजिएट स्पोर्ट्स मीट का यह आयोजन न केवल खेल प्रतिभाओं के प्रदर्शन का मंच बना, बल्कि इसमें भाग लेने वाले छात्रों को जीवन के महत्वपूर्ण सबक भी सिखाए। पूरे आयोजन में खेल भावना, समर्पण और प्रतिस्पर्धा का अद्भुत संगम देखने को मिला। सभी प्रतिभागियों ने अपनी पूरी ऊर्जा और जोश के साथ हिस्सा लिया, जिससे यह स्पोर्ट्स मीट एक यादगार आयोजन बन गया।
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