☀️
–°C
Fetching location…
🗓️ About Join Us Contact
☀️
–°C
Fetching location…

Updates

Categories

Join US

डॉ. उमर अली शाह की 140वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई।

डॉ. उमर अली शाह की 140वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई।

काकीनाडा,(आंध्र प्रदेश)। श्री विश्व विज्ञान विद्या आध्यात्मिक पीठम के काकीनाडा आश्रम द्वारा काकीनाडा बोट क्लब में शुक्रवार को प्रख्यात कवि, समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी डॉ. उमर अली शाह की 140वीं जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर उनकी प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की गई और विभिन्न अतिथियों ने उनके जीवन एवं योगदान पर प्रकाश डाला।

समारोह में मुख्य अतिथि श्री अहमद अली शाह ने कहा कि उमर अली शाह बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वे केवल कवि ही नहीं, बल्कि एक समाज सुधारक, दार्शनिक, राजनीतिक नेता और स्वतंत्रता सेनानी भी थे। उनकी मातृभाषा तेलुगु नहीं होने के बावजूद, उन्होंने तेलुगु साहित्य में अद्वितीय योगदान दिया और एक कालजयी कवि के रूप में प्रतिष्ठा प्राप्त की।

विशिष्ट अतिथि श्री हुसैन शाह ने कहा कि उमर अली शाह केवल आध्यात्मिक मार्गदर्शक नहीं थे, बल्कि उन्होंने सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध भी अपनी लेखनी चलाई। उनके ओजस्वी भाषणों ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और लोगों को एकजुट होकर देश की आज़ादी के लिए संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया।

समारोह की अध्यक्षता कर रहे पीठम के संयोजक श्री पेरूरी सुरीबाबू ने कहा कि उमर अली शाह ने भारतीय विधान सभा में जनता के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए ब्रिटिश सरकार की नीतियों की आलोचना की और जनहित के मुद्दों को उठाया। उनके विचार और कार्य आज भी प्रासंगिक हैं।

सेवानिवृत्त आरटीओ श्री रामचंद्र राव ने उमर अली शाह को एक प्रगतिशील लेखक, महान वक्ता और मानवतावादी बताया। उन्होंने कहा कि उनकी सेवाएँ अनुकरणीय हैं और उनकी कीर्ति सदैव अमर रहेगी।

कार्यक्रम में प्रसिद्ध पैरोडी गायक श्री बालाराम कृष्ण ने अपने गीतों से दर्शकों का मन मोह लिया। अतिथियों को सम्मानित किया गया और केक काटकर बच्चों में वितरित किया गया। समाज सेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगों को अनाज के पैकेट प्रदान किए गए।

डॉ. उमर अली शाह का जन्म 28 फरवरी 1885 को हुआ था। उन्होंने अज्ञानता, अंधविश्वास, गरीबी और अशिक्षा जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ कलम उठाई। उनकी रचनाएँ 7वीं और 10वीं कक्षा की पाठ्यपुस्तकों में शामिल की गई हैं ताकि नई पीढ़ी में देशभक्ति और दार्शनिक ज्ञान का संचार हो सके।

इस समारोह में सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य श्री खंडवल्ली वीरभद्रम, स्थानीय संयोजक श्रीमती मंदा येल्लमंबा, श्रीमती काकीनाडा लक्ष्मी, श्रीमती रेड्डी सूर्या प्रभावती, श्रीमती वानुमु मणि, श्रीमती बादम लक्ष्मी कुमारी, श्री रहमान समेत सैकड़ों गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

समारोह का समापन आरती और श्रद्धांजलि अर्पण के साथ हुआ, जहां उपस्थित लोगों ने उमर अली शाह के आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।

ये भी खबर पढ़ें:

ये भी खबर पढ़ें:

ये भी खबर पढ़ें:

ये भी खबर पढ़ें:

https://indiafirst.news/dr-umar-ali-shah’s-140thbirth-anniversary-special

ये भी खबर पढ़ें:

ये भी खबर पढ़ें:

ये भी खबर पढ़ें:

ये भी खबर पढ़ें:

ये भी खबर पढ़ें:

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ताज़ा समाचार

और पढ़ें

प्रमुख समाचार