नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कहा कि साहित्यिक चोरी और कॉपीराइट उल्लंघन के आरोपों का सामना कर रहे 2010 की फिल्म एंथिरन के निर्देशक की 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति धन शोधन विरोधी कानून के तहत जब्त की गई है।

अधिकारियों के अनुसार, फिल्म बनाते समय साहित्यिक चोरी या कॉपीराइट उल्लंघन के आधार पर पीएमएलए के तहत संपत्ति की यह संभवतः पहली कुर्की है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बयान में कहा कि पीएमएलए के तहत 17 फरवरी को एक अनंतिम आदेश जारी किया गया था, जिसमें निर्देशक एस. शंकर की तीन अचल संपत्तियां जब्त की गई थीं।
- इस तरह के मामले में ईडी ने की पहली कार्रवाई
- 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति पर कार्रवाई
इन संपत्तियों का कुल मूल्य 10.11 करोड़ रुपये है। मनी लॉन्डिंग का मामला 19 मई, 2011 को चेन्नई के एग्मोर की एक अदालत में शंकर के खिलाफ जिगुबा नामक कहानी के लेखक आरूर तमिलनाडन द्वारा दायर स की गई शिकायत से उपजा है।
ईडी ने कहा कि शिकायत में आरोप लगाया गया कि शंकर द्वारा निर्देशित तमिल फिल्म एंथिरन (रोबोट) की कहानी जिगुबा से कॉपी की गई थी, जिससे शंकर कॉपीराइट अधिनियम, 1957 और आईपीसी की कुछ धाराओं के तहत उल्लंघन के लिए उत्तरदायी हो गए।
https://indiafirst.news/film-director’s-property-seized-for-plagiarism
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