रांची: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की संयुक्त स्नातक स्तरीय (CGL) परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच कर रही सीआईडी की टीम ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। संभावना जताई जा रही है कि यह रिपोर्ट 28 फरवरी तक अदालत में पेश कर दी जाएगी। गौरतलब है कि इस मामले में अनियमितताओं की शिकायत मिलने के बाद हेमंत सोरेन सरकार ने सीआईडी को इसकी गहन जांच के आदेश दिए थे।
सीआईडी की विशेष टीम ने की विस्तृत जांच
पेपर लीक प्रकरण पर रातू थाना में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सीआईडी ने इस केस को टेकओवर कर लिया। तत्कालीन सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर अधिकारी संध्या रानी मेहता के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की गई थी। इस टीम में सीआईडी एसपी निधि द्विवेदी, रांची ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल, डीएसपी अमर कुमार पांडेय और डीएसपी मुन्ना प्रसाद गुप्ता भी शामिल थे।
अभ्यर्थियों ने की थी सीबीआई जांच की मांग
जेएसएससी सीजीएल परीक्षा 21 और 22 सितंबर को आयोजित की गई थी। परीक्षा के दौरान राज्यभर में इंटरनेट सेवाएं ठप कर दी गई थीं। अभ्यर्थियों का कहना था कि पेपर लीक की घटना परीक्षा से पहले हुई थी, लेकिन इंटरनेट बंद होने के कारण यह सार्वजनिक रूप से उजागर नहीं हो सका।
इस मामले को लेकर अभ्यर्थियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और परीक्षा को रद्द करने की मांग की। अभ्यर्थियों के भारी आक्रोश को देखते हुए राज्यपाल ने आयोग को जांच के निर्देश दिए थे। हालांकि, आयोग की जांच रिपोर्ट से उम्मीदवार संतुष्ट नहीं थे, जिसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीआईडी जांच का आदेश दिया।
अदालत में लंबित है मामला
फिलहाल, इस मामले की सुनवाई झारखंड हाईकोर्ट में जारी है। कोर्ट के निर्देश पर जेएसएससी ने फाइनल मेरिट लिस्ट को होल्ड पर रखा है। अब सभी की नजरें सीआईडी की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो 28 फरवरी तक अदालत में पेश की जा सकती है। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई पर फैसला लिया जाएगा।
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