भीमिली (विशाखापत्तनम)। श्री विश्व विज्ञान विद्या आध्यात्मिक पीठम के नौंवें पीठाधिपति सदगुरु डॉ. उमर अली शाह ने कहा कि ज्ञान मानसिक विकृतियों को खत्म करने में मदद करता है, और आध्यात्मिक ज्ञान के ज़रिए ही व्यक्ति को वास्तविक ज्ञान मिलता है वास्तविक ज्ञान ही जीवन का सार और आत्मा का प्रकाश है।
आध्यात्मिक प्रकाश जीवन से नकारात्मकता को दूर करता है और ज्ञान का उजाला लाता है-

सदगुरु डॉ. उमर अली शाह बुधवार को श्री विश्व विज्ञान विद्या आध्यात्मिक पीठम, भीमिली आश्रम के 23वें वार्षिक समारोह में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक सच्चा गुरु आध्यात्मिक ज्ञान के माध्यम से सकारात्मक विचारों का परिचय देते हुए मानवता और करुणा का प्रसार करता है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक आपको जीने का तरीका सिखाता है, क्योंकि इस मार्ग पर आपके अंदर वह विचार जन्म लेते हैं जो आपके जीवन में सफलता और सत्य का मार्ग दिखाते हैं। सत्गुरु ने सेवा की भावना को बढ़ावा देने में आध्यात्मिकता के महत्व पर भी जोर दिया और सभी से आग्रह किया कि वे अपने वृद्ध माता-पिता की उपेक्षा न करें।

इस कार्यक्रम का नेतृत्व सत्गुरु डॉ. उमर अली शाह ने किया और मुख्य अतिथि के रूप में आंध्र विश्वविद्यालय के तेलुगु विभाग के प्रमुख डॉ. वेंकटेश्वर योगी उपस्थित थे। वक्ताओं में साहित्यकार पारवस्तु फणि शयनसूरी, विशाखा समाचार पत्र केे संपादक एस. वीरभद्र राव, ए. राधाकृष्ण और डाॅ. पिंगली आनंद कुमार उपस्थित थे।
समाज के उत्थान में व्यावसायिक वर्ग का अहम योगदान- डॉ. शाह

इस अवसर पर डॉक्टर उमर अली शाह के द्वारा व्यावसायिक संघ के गठन की घोषणा की गई। उस नवगठित संघ के संस्थापक सदस्य मनोज कुमार जैन ,उदय दुबे, एसआर मोहंती तथा शशि जायसवाल को सम्मानित किया गया।
आश्रम की ओर से प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका ‘तत्व ज्ञानम’ का संपादन करने वाले ल. अशोक तथा उनकी धर्मपत्नी श्रीमती ल. अरुण को शाल ओढाकर गुरुजी के हाथों सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन श्री एनटीवी प्रसाद वर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी स्थानीय सदस्य श्री पी वी राम रेड्डी, श्री डी रमेश, श्री बंगाराजू, श्री डी वी नारायण राव और श्री डी सत्यनारायण राव की रही।
https://indiafirst.news/helps-in-eliminating-mental-disorders
Leave a Reply