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बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर भारत ने लिया अहम फैसला

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बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे हिंसक हमले और इस्कॉन मंदिर के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी होने पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कड़ा विरोध किया है। विश्व हिंदू परिषद के विरोध के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है । भारत सरकार का कहना है कि कृष्ण दास की गिरफ्तारी पूरी तरह से अलोकतांत्रिक और मानवाधिकारों का हनन है। वैश्विक संगठनों को भी इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।

हिंसा के मुद्दे पर बात करने के लिए भारत के विदेश सचिव जायेंगे बांग्लादेश

विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री।

शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा, ”नौ दिसंबर को विदेश सचिव बांग्लादेश जाएंगे और वहाँ की सरकार और उच्च अधिकारियों से मुलाक़ात करेंगे. इसके अलावा भी इस विषय पर कई अहम बैठकें होंगी ।

बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार बनने के बाद से ही वहाँ के हिंदुओं के साथ अत्याचार बढ़ी है

बांग्लादेश के हिंदुओं के इमारतों में लगाई गई आगजनी की तस्वीर

केन्द्रीय विदेश मंत्रालय भारत सरकार बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे बर्बरता अत्याचारों को लेकर भारत गंभीर और चिंतित है। कई बार भारतीय विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से हिंदुओं पर हो रहे हमलों को रोकने की मांग की है। इसके बावजूद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार इसमें नाकाम रही है। यूनुस सरकार बनने के बाद दोनों देशों में तनाव की स्थिति बढ़ी हुई है ।

कुछ दिन पहले भारत स्थित बांग्लादेश उप उच्चायोग में किया गया था हमला

अगरतला स्थित बांगलादेश उप उच्चायोग का कार्यालय

हाल ही में त्रिपुरा की राजधानी आगरतला स्थित बांग्लादेश के उप उच्चायोग में कुछ अराजक आसमाजिक तत्वों के द्वारा घातक हमला किया गया था. इस हमले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था. उच्चायोग में हुई घुसपैठ के चलते 4 पुलिस अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई हुई थी।

https://indiafirst.news/atrocities-on-minority-hindus-in-bangladesh

पिछली खबर: कैबिनेट बैठक में केंद्र सरकार ने दी सौगात-देश भर में खुलेंगे 85 केंद्रीय विद्यालय और 28 नवोदय विद्यालय केबिनेट से मिली स्वीकृति

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