प्रयागराज,(उत्तर प्रदेश)। महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के बाद पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे। त्रिवेणी संगम तट पर पहुंचकर उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने इस दौरान संत समाज और श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी तरह से स्थिति को नियंत्रित करने और महाकुंभ की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सीएम योगी ने कहा, “सनातन धर्म के खिलाफ साजिशें कोई नई बात नहीं हैं। राम जन्मभूमि आंदोलन से लेकर अब तक इस धर्म को कमजोर करने की कोशिशें होती रही हैं, लेकिन जब तक पूज्य संतों का आशीर्वाद और मार्गदर्शन हमारे साथ है, तब तक सनातन धर्म को कोई हिला नहीं सकता।”
संगम तट पर निरीक्षण और संतों से की मुलाकात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले संगम तट का दौरा किया, जहां मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मची थी। करीब 10 मिनट तक उन्होंने घटनास्थल पर मौजूद रहकर अफसरों से जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था और आपातकालीन प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए ठोस कदम उठाने को कहा।
इसके बाद वह सतुआ बाबा के पट्टाभिषेक कार्यक्रम में पहुंचे, जहां जगद्गुरु रामभद्राचार्य, जूनापीठाधीश्वर अवधेशानंद और कई अन्य संत उपस्थित थे। इस दौरान सतुआ बाबा और राम कमल दास वेदांती को जगद्गुरु की उपाधि प्रदान की गई। मुख्यमंत्री ने संतों का आशीर्वाद लिया और सतुआ बाबा को तिलक लगाया।
सनातन धर्म पर प्रहार करने वालों को दिया कड़ा संदेश

सीएम योगी ने कहा, “कुछ लोग लगातार सनातन धर्म के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं, लेकिन सनातन धर्म मानवता का आधार है। जब तक पूज्य संतों का सम्मान है, तब तक इस धर्म का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता।”
उन्होंने महाकुंभ में अब तक आए श्रद्धालुओं के आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 19 दिनों में 32 करोड़ से अधिक भक्त गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी में स्नान कर पुण्य के भागीदार बने हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरी दुनिया के लिए एक संदेश है कि सनातन धर्म किस तरह श्रद्धा और आस्था का केंद्र बना हुआ है।
त्रिवेणी संगम और ऐरावत घाट का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने त्रिवेणी संगम घाट और ऐरावत घाट का स्थलीय निरीक्षण भी किया। इसके अलावा, वह सेक्टर पांच स्थित भारत सेवाश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने संतों और श्रद्धालुओं से बातचीत की और व्यवस्था की समीक्षा की।
आने वाले दिनों में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की जाएगी
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आने वाले प्रमुख स्नान पर्वों के दौरान सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाएं। उन्होंने कहा कि “श्रद्धालुओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महाकुंभ में यह यात्रा सिर्फ एक प्रशासनिक दौरा नहीं, बल्कि सनातन धर्म को लेकर उनके संकल्प का भी प्रतीक रही। संत समाज के प्रति उनकी आस्था और श्रद्धा ने यह संदेश दिया कि महाकुंभ न सिर्फ आस्था का केंद्र है, बल्कि सनातन धर्म की मजबूती और एकजुटता का भी प्रतीक है।
https://indiafirst.news/cm-yogi-reached-prayagraj
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