नई दिल्ली/अयोध्या। अयोध्या स्थित राम मंदिर को बम से उड़ाने की साजिश से जुड़े तार अब कई राज्यों तक फैलते नजर आ रहे हैं। गुजरात एटीएस और पलवल एसटीएफ की संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान से बुधवार को एनआईए और आईबी की टीम ने गहन पूछताछ की। इस दौरान आरोपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए, जिससे जांच एजेंसियों में हड़कंप मच गया है।
हमले की पूरी प्लानिंग तैयार थी
रहमान ने स्वीकार किया कि वह चार मार्च को अयोध्या पहुंचने के बाद कभी भी राम मंदिर या उसके आसपास धमाका कर सकता था। हैंडलर ने उसे फरीदाबाद से अयोध्या जाने और वापस लौटने का पूरा रूट मैप दिया था। यही नहीं, अब इस साजिश के तार झारखंड से भी जुड़ते दिख रहे हैं। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस आतंकी हमले के लिए कौन-कौन से स्लीपर सेल सक्रिय थे।
दो प्लान तैयार किए थे रहमान ने
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने अयोध्या पहुंचने के लिए दो योजनाएं बनाई थीं:
- पहली योजना: 3 मार्च की सुबह वह फरीदाबाद रेलवे स्टेशन से ईएमयू ट्रेन पकड़कर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचता और वहां से सीधा अयोध्या की ट्रेन लेता। इस तरह वह सुरक्षा एजेंसियों की नजरों से बच सकता था।
- दूसरी योजना: यदि पहली योजना विफल होती, तो वह बस से अयोध्या पहुंचने की कोशिश करता।
रहमान के तार कई राज्यों तक फैले
पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया कि रहमान हरियाणा, झारखंड, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में सक्रिय आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल के संपर्क में था। चार महीने पहले जब वह दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आया था, तब उसने विशाखापट्टनम का भी दौरा किया था। ऐसे में जांच एजेंसियां उसके विशाखापट्टनम में भी आतंकी संपर्कों की जांच कर रही हैं।
गृह मंत्रालय कर रहा मोबाइल डेटा की जांच
गिरफ्तारी के दौरान रहमान के पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिन्हें गृह मंत्रालय के साइबर विशेषज्ञ जांच कर रहे हैं। मोबाइल की कॉल डिटेल और उसमें मौजूद वीडियो व अन्य डेटा को खंगाला जा रहा है। इसके अलावा, रहमान के संपर्कों की भी गहन जांच की जा रही है।
सीमा पार से मिल रहे थे निर्देश
रहमान ने पूछताछ में यह भी खुलासा किया कि वह अल-कायदा इन इंडियन सब-कॉन्टिनेंट (AQIS) से जुड़ा था और उसे सीमा पार से अबू सूफियान नाम के कमांडर से निर्देश मिल रहे थे। गुजरात एटीएस के सूत्रों के अनुसार, रहमान एक प्रतिबंधित ऐप के जरिए सूफियान से संपर्क में था।
जांच एजेंसियां हाई अलर्ट पर
इस खुलासे के बाद देशभर की सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। अयोध्या सहित अन्य संवेदनशील धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है। जांच एजेंसियां अब रहमान के अन्य साथियों और उसकी आतंकी गतिविधियों से जुड़े संभावित खतरे को लेकर सतर्क हैं।
राम मंदिर को बम से उड़ाने की साजिश का पर्दाफाश होने के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां हर पहलू पर बारीकी से जांच कर रही हैं। रहमान के पीछे कौन-कौन लोग थे और इस आतंकी नेटवर्क की जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका खुलासा आने वाले दिनों में हो सकता है। फिलहाल, इस मामले में हर संदिग्ध कड़ी को जोड़ने की कोशिश की जा रही है ताकि देश को किसी बड़े खतरे से बचाया जा सके।
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