पलामू, झारखंड: देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर जवानों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। सीआरपीएफ के महानिदेशक (डीजी) जीपी सिंह ने झारखंड के पलामू जिले के कमालकेडिया गांव में पहुंचकर शहीद हवलदार महिमा नंद शुक्ला के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया।
शहीद हवलदार महिमा नंद शुक्ला दंतेवाड़ा में माओवाद विरोधी अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनकी दोनों टांगें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं, जिसके बाद उन्हें रायपुर अस्पताल और फिर दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया। 20 फरवरी को इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
सीआरपीएफ परिवार के साथ खड़ा रहेगा
परिजनों से बातचीत के दौरान डीजी जीपी सिंह ने कहा,
“महिमा नंद शुक्ला सीआरपीएफ के वीर जवान थे, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान दिया। उनका साहस और कर्तव्यनिष्ठा हम सभी के लिए प्रेरणा है। हम हमेशा उनके परिवार के साथ खड़े रहेंगे।”
उन्होंने शहीद के बच्चों की शिक्षा और परिवार की भलाई के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया और झारखंड सेक्टर के अधिकारियों को परिजनों से लगातार संपर्क में रहने के निर्देश दिए।
शहीद का परिवार और सीआरपीएफ की पहल
शहीद महिमा नंद शुक्ला के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं। डीजी जीपी सिंह ने यह भी बताया कि सीआरपीएफ और सीडब्ल्यूए (CRPF Wives Welfare Association) द्वारा परिवार को पूरी सहायता दी जाएगी।
ये भी खबर पढ़ें:
https://indiafirst.news/crpf-dg-met-martyr-mahima-nand-shuklas-family
Leave a Reply