झारखंड राज्य के 57 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जायेगा जिसके अंतर्गत रांची रेल मंडल के नामकुम, पिस्का, मुरी, टाटीसिल्वे, लोहरदगा, रामगढ़ कैंट, सिल्ली, गंगाघाट, बानो, ओड़गा, गोबिंदपुर रोड, बालसिरिंग एवं पश्चिम बंगाल राज्य के 100 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जायेगा जिसके अंतर्गत रांची रेल मंडल के झालिदा, सुईसा तथा तुलिन सहित कुल 15 स्टेशन शामिल हैं। साथ ही रांची एवं हटिया स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है। केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि इस वर्ष का फोकस रेलवे के बुनियादी ढांचे का विकास, लोकोमोटिव और कोचों के निर्माण में वृद्धि तथा रेलवे के विकास के लिए नई और उन्नत तकनीक का प्रयोग है। इसके अतिरिक्त नये रोलिंग स्टॉक का उत्पादन जैसे वंदे मेट्रो, वंदे भारत, वंदे स्लीपर और अमृत भारत ट्रेनें तथा यात्रियों की सुविधा के लिए 10 हजार जनरल कोचों का निर्माण किया जायेगा। रांची रेल मंडल में चल रहे विकास के कार्य बंडामुंडा-रांची दोहरीकरण, लोधमा-पिस्का लिंक लाइन, सिल्ली-इलू बाइपास लाइन तथा अन्य कार्यों के लिए प्रावधान किये गये हैं।

अश्विनी वैष्णव ने कहा झारखंड के रेलवे स्टेशनों को बेहतर और आधुनिक बनाएँगे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रांची रेल मंडल में रेल विकास कार्यों के लिए बजट में विशेष प्रावधान किया गया है। वर्ष 2024-25 के बजट में झारखंड राज्य के लिए 7302 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है जो वर्ष 2009-14 के औसत बजट 457 करोड़ से लगभग 16 गुना अधिक है। झारखंड राज्य में रेल परियोजनाओं के लिए 52885 करोड़ रुपये का निवेश किया जायेगा।
ये सभी बातें- लोकसभा सत्र में हजारीबाग से सांसद मनीष जायसवाल के द्वारा पुछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे केंद्रीय रेल मंत्री

हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल के एक सवाल के जवाब में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि झारखंड में 57 रेलवे स्टेशन दक्षिण पूर्व रेलवे (एसईआर), पूर्वी रेलवे (ईआर) और पूर्वी मध्य रेलवे में फैले हुए हैं। वैष्णव ने अपने जवाब में कहा, “राष्ट्रीय स्तर पर इस योजना के तहत 1,337 से अधिक रेलवे स्टेशनों का विकास किया जा रहा है।
https://indiafirst.news/gave-rs-1600-crore-jharkhand-platform-from-railways
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