☀️
–°C
Fetching location…
🗓️ About Join Us Contact
☀️
–°C
Fetching location…

Updates

Categories

Join US

“मइयां सम्मान योजना: ₹7500 की मदद बनी महिला की मौत की वजह?”

मंईयां सम्मान योजना के 7500 रुपये बने काल, पति और ससुरालवालों ने ली महिला की जान।

गढ़वा: झारखंड सरकार द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए चलाई जा रही “मईया सम्मान योजना” का उद्देश्य भले ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना हो, लेकिन गढ़वा जिले में यह योजना एक महिला के लिए जानलेवा साबित हुई। रंका थाना क्षेत्र के मानपुर गांव में 25 वर्षीय शकीना बीबी की उसके पति और ससुरालवालों ने हत्या कर दी, क्योंकि उसने योजना के तहत मिले 7500 रुपये देने से इनकार कर दिया था।

कैसे बढ़ा विवाद?

सरकार द्वारा मईया सम्मान योजना के तहत सोमवार को शकीना बीबी के बैंक खाते में 7500 रुपये भेजे गए थे। जब वह बैंक से पैसे निकालकर घर लौटी, तो उसके पति खुर्शीद अंसारी, सास रोजनी बीबी और दादी सास नजमा बीबी ने उससे पैसे मांगे। शकीना ने केवल 500 रुपये अपने पति को दिए, लेकिन ससुरालवाले पूरी रकम की मांग पर अड़े रहे। जब उसने पैसे देने से मना किया, तो विवाद बढ़ गया।

पिटाई के बाद गला घोंटकर हत्या

सोमवार शाम करीब 7 बजे खुर्शीद अंसारी और उसकी मां-दादी ने मिलकर शकीना की बेरहमी से पिटाई की। इसके बाद उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए शव को घर के पास बांस के झुरमुट में लटका दिया गया।

पिता ने दर्ज कराई शिकायत, पति गिरफ्तार

घटना की जानकारी मिलते ही शकीना के पिता रोज मोहम्मद अंसारी ससुराल पहुंचे और रंका थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पति खुर्शीद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अन्य आरोपी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।

क्या है “मंईयां सम्मान योजना”?

झारखंड सरकार की यह योजना गरीब महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए शुरू की गई थी, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। लेकिन जब यह पैसा महिलाओं के सशक्तिकरण की बजाय उनके लिए खतरा बन जाए, तो यह एक गंभीर चिंता का विषय है।

बड़ा सवाल: क्या महिलाएं अपने पैसे पर खुद का हक नहीं रख सकतीं?

इस घटना ने समाज में महिलाओं की स्थिति पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जब सरकार किसी महिला के सशक्तिकरण के लिए पैसा देती है, तो क्या उसका परिवार उस पर अधिकार जताने का हकदार है? यह केवल एक महिला की हत्या नहीं, बल्कि उसकी स्वतंत्रता पर किया गया एक हमला है।

सरकार और प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे, ताकि महिलाओं को सच में आत्मनिर्भर बनाया जा सके, न कि किसी पारिवारिक दबाव और हिंसा का शिकार बनने दिया जाए।

ये भी खबर पढ़ें:

ये भी खबर पढ़ें:

ये भी खबर पढ़ें:

https://indiafirst.news/maiyan-samman-yojana-woman-death

ये भी खबर पढ़ें:

पिछली खबर: संथाल परगना को अलग राज्य बनाने की मांग, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में उठाया मुद्दा

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ताज़ा समाचार

और पढ़ें

प्रमुख समाचार