झारखंड। चतरा जिले में बालू की अवैध तस्करी के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। उपायुक्त रमेश घोलप के निर्देश पर मयूरहंड प्रखंड के सोकी पंचायत में बालू तस्करी में लिप्त अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है।
राजस्व उपनिरीक्षक और चौकीदार निलंबित
बालू तस्करी में संलिप्त पाए जाने पर मयूरहंड के राजस्व उपनिरीक्षक सुदर्शन कुमार और सोकी पंचायत के चौकीदार धनेश्वर रविदास को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, जिला खनन पदाधिकारी मनोज टोप्पो, खान निरीक्षक और मयूरहंड अंचल अधिकारी मनीष कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
थाना प्रभारी पर भी कार्रवाई की तैयारी
इस पूरे मामले में मयूरहंड थाना प्रभारी अमित कुमार की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। उपायुक्त ने पुलिस अधीक्षक विकास कुमार को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की अनुशंसा की है।
तीन सदस्यीय जांच टीम ने खोली पोल
बालू तस्करी की लगातार मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त ने सिमरिया अनुमंडल पदाधिकारी सन्नी राज के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की। टीम ने सूक्ष्म जांच कर प्रशासन को रिपोर्ट सौंपी, जिसमें जिला खनन पदाधिकारी, खान निरीक्षक, अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी, राजस्व उपनिरीक्षक और चौकीदार की संलिप्तता उजागर हुई।
उपायुक्त ने दी सख्त चेतावनी
उपायुक्त रमेश घोलप ने स्पष्ट किया कि बालू की अवैध तस्करी में संलिप्त किसी भी अधिकारी, कर्मी या माफिया को बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन अवैध खनन पर कड़ी निगरानी रखेगा और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करेगा।
https://indiafirst.news/major-action-in-sand-smuggling-case
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