
नई दिल्ली। One Nation One Election Bill: नरेंद्र मोदी सरकार ने वन नेशन वन इलेक्शन विधेयक मंगलवार को लोकसभा में पेश किया। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ये विधेयक पेश किया है। विधेयक पेश होने के बाद अब लोकसभा में बहस हो रही है। कांग्रेस ने इस विधेयक को संघीय ढांचे पर चोट बताया है। यह विधेयक पेश होने के तुरंत बाद समाजवादी पार्टी ने विरोध के सूर तेज कर दिये हैं सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि यह विधेयक मुसलमान विरोधी है। सांसद ने कहा कि समाजवादी पार्टी इस विधेयक के विरोध में खड़ा है।

कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने विधेयक पर क्या कहा
लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने विधेयक का विरोध किया। उन्होंने कहा कि मैं संविधान संशोधन बिल 129 का विरोध करता हूं। इस हाउस से आग्रह है कि बिल को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
ममता बनर्जी की पार्टी TMC ने भी ONOE विधेयक का विरोध किया

पक्षिम बंगाल की ममता बनर्जी की पार्टी TMC भी इस बिल के समर्थन में नहीं है। TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने लोकसभा में बिल का विरोध करते हुए कहा कि यह प्रस्तावित विधेयक संविधान की मूल संरचना पर प्रहार करता है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। राज्य विधानसभाएं संसद के अधीन नहीं हैं। राज्य विधानसभाओं के पास कानून बनाने का भी अधिकार है। राज्य विधानसभाओं की स्वायत्तता छीन ली जाएगी। यह कोई चुनाव सुधार नहीं है, यह सिर्फ एक व्यक्ति की इच्छा पूरी करने के लिए है। तृणमूल कांग्रेस इस विधेयक का घौर विरोध करता है।
जानिए..कौन- कौन सी पार्टी इस विधेयक के समर्थन में है

लोकसभा में पेश होने से पहले बिल को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिली थी। संसद के पटल पर बिल रखने से पहले से ही इसपर खूब चर्चाएं हो रही हैं। कई पार्टियों ने बिल को लेकर अपना स्टैंड क्लियर कर दिया था। कई पार्टियों ने इस बिल का समर्थन करने की बात कही। इसमें एनडीए गठबंधन का हिस्सा नीतीश कुमार की JDU (जनता दल यूनाइटेड) और चंद्रबाबू नायडू की TDP ( तेलगु देशम पार्टी) शामिल हैं, जो बिल के समर्थन में हैं। इसके अलावा YSR कांग्रेस ने भी One Nation One Election को सपोर्ट किया है। मायावती की बहुजन समाज पार्टी भी इस विधेयक के समर्थन में हैं।

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