गिरिडीह: झारखंड की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। रविवार देर शाम गिरिडीह के नए परिसदन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूर्व राज्यपाल और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रघुवर दास ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर करारा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हो चुकी हैं कि इसमें सीओ (अंचल अधिकारी) से लेकर सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) तक की भूमिका संदिग्ध है।
रघुवर दास ने कहा, “झारखंड की लूट सुनियोजित तरीके से हो रही है। जमीन हड़पने का संगठित अभियान चल रहा है और इसमें प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत है। सीएनटी एक्ट की जमीनों को लूटा जा रहा है, और यह सब सरकार की छत्रछाया में हो रहा है।” उन्होंने सीधे तौर पर हेमंत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य में गवर्नेंस नाम की कोई चीज नहीं बची है, और अवैध कारोबार फल-फूल रहे हैं।
जल, जंगल, जमीन के नारे के पीछे लूट?
रघुवर दास ने कहा कि जिस जल, जंगल और जमीन की रक्षा के नाम पर यह सरकार सत्ता में आई थी, आज वही जमीनें सबसे ज्यादा खतरे में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी संरक्षण में सीएनटी और एसपीटी एक्ट का उल्लंघन हो रहा है और आदिवासी इलाकों की जमीनें बाहरी लोगों को बेची जा रही हैं।
वक्फ बोर्ड और कांग्रेस पर हमला
वक्फ बोर्ड से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि “वक्फ बोर्ड में केंद्र सरकार ने कोई छेड़छाड़ नहीं की है।” बल्कि उन्होंने वक्फ बोर्ड को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि “कांग्रेस सिर्फ मुसलमानों को गुमराह कर अपनी सियासी जमीन बचाना चाहती है। वक्फ की संपत्ति का उपयोग गरीब मुसलमानों के लिए होना चाहिए, लेकिन वहां भारी भ्रष्टाचार है।”
उन्होंने यह भी कहा कि झामुमो का वक्फ बोर्ड बिल का विरोध करना केवल सियासी दिखावा है क्योंकि आदिवासियों का वक्फ से कोई लेना-देना नहीं है।
‘सत्ता के संरक्षण में हो रहा मतांतरण’
बीजेपी नेता ने कहा कि झारखंड में बड़े पैमाने पर मतांतरण और घुसपैठ हो रही है, और यह सब सत्ता के संरक्षण में संभव हो रहा है। उन्होंने कानून व्यवस्था को सख्ती से लागू करने की मांग की।
“सरहुल जैसे आदिवासी पर्वों के आयोजन में बाधा डालना दर्शाता है कि राज्य में सनातन समाज को प्रताड़ित किया जा रहा है। वोटबैंक की राजनीति में राज्य सरकार धर्मनिरपेक्षता की सीमा लांघ रही है।”
‘आरक्षण पर झारखंड सरकार गुमराह कर रही है’
राज्य सरकार द्वारा आरक्षण बढ़ाने के दावे को खारिज करते हुए रघुवर दास ने कहा कि “किसी भी समाज को आरक्षण तभी मिल सकता है जब उसका सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षण हो, लेकिन झारखंड सरकार ने ऐसा कोई सर्वे नहीं कराया। यह सिर्फ जुमलेबाजी है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र द्वारा बकाया रॉयल्टी न मिलने का झूठा प्रचार कर राज्य सरकार अपनी नाकामी छिपा रही है।
गिरिडीह दौरे के दौरान रघुवर दास ने दिवंगत भाजपा नेता बाबूल प्रसाद गुप्ता के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। इसके अलावा वे नवजीवन नर्सिंग होम में भर्ती पूर्व सांसद तिलकधारी प्रसाद सिंह से भी मिले और उनका कुशलक्षेम जाना। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, जिलाध्यक्ष महादेव दुबे, सुनील पासवान, शालिनी वैश्कियार सहित कई स्थानीय नेता उपस्थित रहे।
https://indiafirst.news/raghubar-das-corruption-allegation-jharkhand
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