रामगढ़, झारखंड: रामगढ़ जिले के रजरप्पा थाना क्षेत्र में युवती के अपहरण को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। अपहृत युवती को वापस लाने की मांग को लेकर स्थानीय सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी लगातार आंदोलन कर रहे हैं। प्रशासन की निष्क्रियता के खिलाफ उन्होंने पहले 72 घंटे की मोहलत दी, फिर मशाल जुलूस निकालकर सरकार को चुनौती दी।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम, प्रशासन को मिला अल्टीमेटम
मंगलवार की सुबह रामगढ़-बोकारो राष्ट्रीय राजमार्ग 23 को चितरपुर प्रखंड में आंदोलनकारियों ने पूरी तरह जाम कर दिया। हाईवे पर हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं। जाम के कारण यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
स्थिति बिगड़ती देख जिला प्रशासन ने सांसद से बातचीत की और 72 घंटे में युवती को वापस लाने का आश्वासन दिया। आश्वासन मिलने के बाद सांसद ने चक्का जाम खत्म करने की घोषणा की, जिसके बाद स्थिति सामान्य हुई।
सांसद का प्रशासन पर हमला, पुलिस की लापरवाही पर उठाए सवाल
प्रदर्शन के बाद सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा,
“अगर पुलिस पहले ही तत्परता दिखाती, तो जनता को सड़क पर उतरने की जरूरत नहीं पड़ती। यह घटना 15 दिन पहले हुई थी, लेकिन अब तक युवती को वापस नहीं लाया गया। पुलिस की लापरवाही की वजह से जनता आक्रोशित है और समाज में अफवाहें फैल रही हैं।”
उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 72 घंटे में युवती नहीं मिली, तो आंदोलन और तेज होगा।
शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन सतर्क
रामगढ़ जिले में बढ़ते तनाव को देखते हुए डीसी चंदन कुमार और एसपी अजय कुमार पूरे प्रशासनिक अमले के साथ चितरपुर में पहुंचे। उन्होंने करीब पांच किलोमीटर लंबा फ्लैग मार्च किया और बाजारों को खुलवाने की अपील की।
इसके अलावा, युवती और युवक के मोहल्ले में भी सुरक्षा बलों ने गश्त बढ़ा दी। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
क्या प्रशासन युवती को ला पाएगी वापस?
अब सबकी नजरें प्रशासन पर टिकी हैं। क्या 72 घंटे में युवती को वापस लाया जाएगा या आंदोलन फिर से भड़क उठेगा? यह बड़ा सवाल है। फिलहाल, रामगढ़ में माहौल तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।
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