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साहिबगंज रेल हादसा: ट्रैक इंटरचेंज में लापरवाही बनी दुर्घटना की वजह, एनटीपीसी ने किया खुलासा

Sahibganj Train Accident NTPC Report 2025

झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहेट में मंगलवार तड़के करीब तीन बजे बड़ा रेल हादसा हो गया। एनटीपीसी (NTPC) रेलवे ट्रैक पर दो मालगाड़ियों की टक्कर में दो लोको पायलट की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दर्दनाक दुर्घटना की वजह अब सामने आ गई है।

एनटीपीसी ने बताई दुर्घटना की असली वजह

एनटीपीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोनाजोरी के पास एमजीआर ट्रैक के प्वाइंट को इंटरचेंज किया जाना था, लेकिन लापरवाही के चलते ऐसा नहीं हुआ। आमतौर पर यह प्वाइंट इंटरचेंज होने से दोनों ट्रेनों को अलग-अलग ट्रैक पर निकाल दिया जाता, लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया, जिससे यह हादसा हुआ। एनटीपीसी के अधिकारियों ने फरक्का से मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।

टक्कर के बाद लगी भीषण आग

सूत्रों के मुताबिक, ललमटिया खदान से कोयला लोड कर आ रही मालगाड़ी पहले से खड़ी खाली मालगाड़ी से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि खाली मालगाड़ी के एक इंजन में भीषण आग लग गई। स्थानीय थाना प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले दोनों लोको पायलट के शवों को पोस्टमार्टम के लिए साहिबगंज सदर अस्पताल भेजा गया है।

करोड़ों का नुकसान, ट्रैक बहाल होने में लगेगा समय

बरहेट प्रखंड के सोनाजोरी मौजा स्थित एमजीआर ट्रैक पर हुए इस हादसे से एनटीपीसी को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की आशंका है। एनटीपीसी के अधिकारियों के अनुसार, क्षतिग्रस्त इंजन और डिब्बों को हटाने और ट्रैक को दुरुस्त करने में कम से कम दो दिन लग सकते हैं। मंगलवार रातभर क्रेनों की मदद से मलबा हटाने का काम चलता रहेगा, जिससे गुरुवार शाम तक कोयला ढुलाई फिर से शुरू होने की उम्मीद है।

मृत लोको पायलटों की पहचान

पुलिस सूत्रों ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले लोको पायलटों में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के जियागंज निवासी 62 वर्षीय ज्ञानेश्वर माल और झारखंड के बोकारो सेक्टर 9 निवासी 35 वर्षीय अंबुज महतो शामिल हैं। वहीं, हादसे में घायल सहायक लोको पायलट जीके नाथ, नालंदा के जितेन्द्र कुमार, मुर्शिदाबाद के रवि घोष और चांदीपुर के उदय मंडल को इलाज के लिए मालदा भेजा गया है।

एमजीआर ट्रैक का महत्व

गौरतलब है कि एमजीआर ट्रैक का इस्तेमाल केवल फरक्का एनटीपीसी और ललमटिया के बीच कोयला ढुलाई के लिए किया जाता है। इस ट्रैक का रखरखाव भी एनटीपीसी के स्तर से किया जाता है। हादसे के बाद अब एनटीपीसी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

जांच के आदेश

इस हादसे के बाद रेलवे और एनटीपीसी दोनों ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। घटना की विस्तृत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही लापरवाही के लिए जिम्मेदार कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।

https://indiafirst.news/sahibganj-train-accident-ntpc-report

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