नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में 17 वर्षीय हिंदू युवक कुणाल की निर्मम हत्या के बाद इलाके में तनाव चरम पर पहुंच गया है। हत्या के विरोध में स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए हैं और ‘योगी मॉडल’ यानी बुलडोजर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कई हिंदू परिवारों ने अपने घरों के बाहर ‘यह मकान बिकाऊ है’ और ‘हिंदू पलायन कर रहा है’ जैसे पोस्टर भी लगा दिए हैं।
कुणाल की हत्या ने बढ़ाई बेचैनी
गुरुवार देर शाम जे-ब्लॉक में कुणाल पर चाकू से जानलेवा हमला हुआ। परिवारवालों के अनुसार, दूध लेने निकले कुणाल को सुनियोजित तरीके से घेरकर हमला किया गया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय से जुड़े 4-5 युवकों ने इस हत्या को अंजाम दिया। घटना के बाद से इलाके में तनाव है और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
परिजनों की न्याय की पुकार
कुणाल की मां ने बिलखते हुए कहा, “जिस तरह से मेरे बेटे की हत्या हुई है, उसी तरह हत्यारों को सजा दी जाए।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है। मृतक के परिजनों का कहना है कि जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा, वे धरने से नहीं हटेंगे।
लड़की ‘जिकरा’ पर संदेह
इस मामले में एक लड़की ‘जिकरा’ का नाम भी सामने आ रहा है। परिजनों का आरोप है कि जिकरा ने एक दिन पहले कुणाल को जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस ने जिकरा से पूछताछ की है और उसकी भूमिका की जांच की जा रही है। साथ ही ‘साहिल’ नाम के एक युवक का भी नाम सामने आया है, जिसकी भूमिका की पुलिस जांच कर रही है।
सीलमपुर में भय का माहौल
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले 10 वर्षों में यह छठी हत्या है जिसने हिंदू समुदाय को निशाना बनाया है। एक व्यक्ति ने बताया, “यह इलाका मिनी पाकिस्तान बन चुका है। हम यहां सुरक्षित नहीं हैं।” कई लोगों ने अपने घर बेचने शुरू कर दिए हैं और पलायन की तैयारी में हैं।
सीएम रेखा गुप्ता और सांसद मनोज तिवारी की प्रतिक्रिया
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस आयुक्त से बात की है। उन्होंने कहा कि अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। वहीं, भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी ट्विटर पर नाराजगी जताते हुए दोषियों को सख्त सजा दिलाने का भरोसा दिलाया है। वह स्वयं दोपहर 2:30 बजे तक मौके पर पहुंचने की बात कर चुके हैं।
सीलमपुर: पहले भी रहा विवादों में
सीलमपुर इलाका पहले भी सांप्रदायिक तनावों का केंद्र रहा है। 2020 के दिल्ली दंगों में भी यह क्षेत्र चर्चा में रहा था। यहां मुस्लिम आबादी का वर्चस्व है, जबकि हिंदू समुदाय खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। फिलहाल, स्थिति को संभालने के लिए पुलिस-प्रशासन ने इलाके में चौकसी बढ़ा दी है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
https://indiafirst.news/seelampur-violence-after-kunal-murder
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